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70 साल के बुजुर्ग ने अपनी ही विधवा बहु से रचाई शादी

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  गोरखपुर/उत्तर प्रदेश।। यूपी के गोरखपुर में एक ओर 70 साल के बुजुर्ग ने हैरतअंगेज जवानी भरे काम को अंजाम दिया है। बुजुर्ग ने अपनी ही 28 साल की बहू के साथ शादी कर ली है। वही उम्र के इस पड़ाव पर अपनी ही बहू के साथ शादी अब चर्चा का विषय बनी हुई है। 
  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गोरखपुर के बड़हलगंज पुलिस थाना के चौकीदार 70 वर्षीय कैलाश यादव छपिया उमराव गांव के निवासी हैं। उन्होंने अपनी ही विधवा बहू पूजा से एक मंदिर में विवाह किया। वही पूजा महज 28 वर्ष की है और वह चार साल पहले अपने पति की मौत के बाद से ही अपने ससुर के साथ रह रही है। 
  पूजा उम्र में कैलाश से 42 वर्ष छोटी है, लेकिन उसने अपनी मर्जी से उसके साथ शादी की है। बड़हलगंज पुलिस थाना ने इस बात की पुष्टि की है कि इस अनोखी शादी के संबंध में दोनों में से किसी की ओर से भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। 
  पुलिस के मुताबिक, कैलाश के तीन बेटे थे, जिनमें से पूजा का पति सबसे छोटा था। उसका बड़ा बेटा भी छपिया उमराव गांव में ही रहता है, जबकि दूसरा बेटा बड़हलगंज पुलिस थाना के लिए भोजन बनाता है। शादी के कुछ ही समय बाद पूजा के पति की मौत हो गई थी, इसलिए उसकी कोई संतान नहीं है और कैलाश की पत्नी 12 साल पहले ही गुजर गई थी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से कुछ लोग पूजा से शादी करने में रुचि दिखा रहे थे, लेकिन कैलाश ने उसे खुद ही शादी का प्रस्ताव दे दिया, जिसके बाद दोनों ने एक मंदिर में जाकर ब्याह रचा लिया। 
ससुर ने बहु की पहले करवा दी थी शादी 
  एक कहानी यह भी सामने आ रही है कि बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग ससुर ने अपनी बहू की शादी दूसरी जगह करवा दी थी, लेकिन बहू की वहां पटरी नहीं बैठी और वह वहां ज्यादा दिनों तक नहीं टिकी और लौटकर फिर से अपने पहले ससुराल ही आ गई। इसके बाद ससुर ने भी भविष्य को देखते हुए बहू को अपनी पत्नी बनाने की ठानी और रजामंदी से मंदिर में जाकर विवाह कर लिया। 
 हालांकि यदि वह महिला उस बुजुर्ग की बहू न होती, तो समाज दोनों की रज़ामंदी को देखते हुए क्या कहते? शायद कुछ लोग उस बुजुर्ग को एक फरिश्ता कह कर भी यह खबर वायरल कर देते।
  वही एक छिपा रहस्य इसमें यही भी हो सकता है कि उस बुजुर्ग व्यक्ति के सरकारी कर्मचारी होने के कारण उसकी मृत्यु के बाद इस नई पत्नी के लिए पैंशन का बंदोबस्त हो जाऐ। तो यह भी परिस्थिति अनुसार समझदारी वाला कदम है। 

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