मोदी के कुशल नेतृत्व से सेना का आतंक के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर
अहिल्या बाईं होलकर नारी शक्तिकरण के लिए हमेशा याद की जाएगी
तिरंगा यात्रा एवं अहिल्या बाई होलकर शताब्दी के लिए भाजपा कार्यालय में हुई बैठक
बांसवाड़ा/राजस्थान।। प्रदेश मंत्री अनिता कटारा ने कहा कि भारत में खुशी का माहौल है इसलिए तिरंगा यात्रा अभियान है। भारत में कुशल प्रभावी नेतृत्व से आज सेना ने अदम्य पराक्रम किया है भारत की नीति स्पष्ट है हमने आतंक एवं आतंक के सरफरस्त का खात्मा किया है आगे भी जारी रहेगा। भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। कटारा ने कहा कि जयकृष्ण पटेल पहले विधायक है जो रिश्वत प्रकरण में गिरफ्तार हुआ है विधायक बहुत रहे है कोई नहीं फंसा। बाप वालो की आदत है गहलोत सरकार बचाने में पैसे लिए राज्य सभा सांसद चुनाव में पैसे किए अब रिश्वत लेकर कीर्ति मान बनाया है उन्होंने कार्यकर्ता से आहवान किया कि भाजपा कार्यकर्ता बाप के पाखंड को जन जन तक पहुंचाए। अहिल्या बाई होलकर ने नारी शक्तिकरण तीन सौ वर्ष पूर्व कर के दिखाया था।
तिरंगा यात्रा संभाग समन्वयक पंकज बोराना ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शक्ति का परिचायक है। भारत की नीति स्पष्ट है हम आतंक एवं आतंक का पालने पोसने वालो को बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाए दिया जो भारत ही नहीं वरन समूचा विश्व चाहता था। 22 मई को जिला मुख्यालय पर भव्य तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी जिसमें आम जन सामाजिक संगठन शैक्षणिक संस्थाओं एवं सैन्य परिवार के नेतृत्व में निकाली जाएगी।
जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने कहा कि भाजपा प्रदेश द्वारा प्राप्त सभी अभियानों का सफलतापूर्वक संचालन करने प्रतिबद्ध है अहिल्या बाई होलकर ने देश धर्म संस्कृति नारी शक्तिकरण का नायाब काम किया जिससे भारत को प्रेरणा मिलती रहेगी।
पूर्व राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना के आपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान के आतंक ठिकाने खत्म किए है। बाप के काले कारनामे अब आदिवासी वागड़ की जनता समझ गई है अब कार्यकर्ता पूरी ताकत लगा कर इनके खिलाफ अभियान चलाए ताकि वागड़ में बाप का खात्मा हो सके वागड़ पुनः अपने स्वाभिमान लिए खड़ा हो सके।
पूर्व सांसद मानशंकर निनामा ने कहा कि भारतीय सेना में आज जिस तरफ महिलाओं ने अदम्य साहस दिखाया है दो हवाई सेना के अधिकारियों ने अभियान सिंदूर को लीड किया यह मोदी सरकार के नारी शक्तिकरण का उदाहरण है।
नारी बोलती है तो इतिहास बदल जाता है - डॉक्टर आशा मेहता
अहिल्या बाईं होलकर के 300 वीं जन्म जयंती के मुख्य वक्ता सेवा निवृत प्रोफेसर डॉक्टर आशा मेहता ने कहा कि छोटी सी अहिल्या - अहिल्या रानी से देवी अहिल्या बाई होलकर की कहानी प्रेरक है परिवार के संस्कार ने बचपन में ही लोककल्याण आस्था मान्यताओं के बीज पुष्पित पल्लवित होते गए। 1725 में जन्मी है सफेद साड़ी तुलसी की माला पहचान थी।
देव देश को समर्पित है। उन्होंने अपने शासनकाल में कुएं घाट का निर्माण करवाया। अहिल्या बाई नर्मदा मैया की परिक्रमा करने वालो के सेवा में समर्पित रही। उन्होंने महिला आत्मनिर्भर बनाने का काम किया।
विधवा को पति के संपति का अधिकार दिलवाया। दहेज प्रथा का विरोध किया।
महिला शिक्षा को बढ़ावा दिया।
प्रशासनिक अधिकारी को महिला सम्मान के लिए निर्देशित करती थी।
29 से अधिक मंदिरों का पुनर्निर्माण करवाया। मेहता ने कहा कि अगर नारी बोलती है तो इतिहास बदल जाता है।
पूर्व जिला अध्यक्ष मनोहर पटेल, लाभचंद पटेल, मुकेश रावत, राजेंद्र प्रसाद पंचाल, धर्मेंद्र राठौड़, कृष्णा कटारा, खेमराज गरासिया, राजेश कटारा, प्रधान बलवीर रावत, कांति लाल अहारी, डॉक्टर लीला पडियार, तिरंगा अभियान जिला संयोजक नरेंद्र वैष्णव, अहिल्या बाईं होलकर, शताब्दी जिला संयोजक योगेश दिवाकर, शीतल भंडारी ने विचार व्यक्त किए। संचालन जिला महामंत्री दीप सिंह वसुनिया ने किया जबकि आभार सह संयोजक तपन मेघावत ने किया।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष मनोज सिंह चौहान, गायत्री शर्मा, जिला मंत्री यदुनाथ सिंह चुंडावत, सरदार पारगी, सुनील दोसी, संजय पंड्या, राजेंद्र गर्ग, लालसिंह वड़खिया, लक्ष्मी दत्त उपाध्याय, अनिक पटेल, कांति लाल सुथार, इकबाल खान, महेंद्र पटेल, मणिलाल गुर्जर, जगमाल सिंह चौहान, दिनेश राणा, भवानी निनामा, नारायणी वसुनिया, श्यामा राणा, सोनिया वैष्णव, नम्रता जैन, राजेश पाटीदार, कन्हैयालाल बुनकर, मंडल अध्यक्ष भावना उपाध्याय, हितेश पाटीदार, प्रकाश मईडा, गौरीशंकर मईडा, कन्हैयालाल डिंडोर, युगल उपाध्याय, नाथु सोलंकी, रौनक पटेल, महेंद्र सिंह, हेमंत पंड्या, योगेश भट्ट, ओम प्रकाश सुथार, लाल सिंह पटेल, मनीष मछार, सुरेश राठौड़, सोहन डामोर, राकेश वड़खिया, राघवेश चरपोटा, भूपेंद्र जोशी, गौरव सिंह राव, मयंक जैन, मिलन पंड्या, मयंक जैन, नटवर तेली, प्रभुलाल निनामा, दिल्ली अधिकारी रणछोड़ सोलंकी, बलवंत पंचाल, संतोष वाल्मीक, मांगीलाल वाल्मीक, सत्यनारायण मीणा, विट्ठल डामोर, दिलीप निनामा, कन्हैयालाल राठौड़, अभिजीत जैन, अनिल गहलोत, बलवंत वसीटा आदि मौजूद रहे।